नीचे लिखे गए टिप्पणी को पढ़ने से पहले इस वीडियो को देख लें 👇 |
हालांकि हमारी संस्कृति सार्वजनिक स्थान पर किसिंग आदि गतिविधियों से बहुत अछूती रही है। लेकिन वास्तविकता यह है कि, हम अब 21वीं सदी में मौजूद हैं, मर्यादा पुरुषोत्तम राम के युग में नहीं।
किसी भी समाज का विकास कई उतार-चढ़ाव अपने साथ लाता है। उनको संभालना, उनके बीच संतुलन बनाना और उन्हें इस्तेमाल करने का तरीका सीखना ही जीवन जीने की कला है।
यहाँ , कर्नाटक की घटना यह बताती है कि हममें (करीब 66 फीसदी आबादी) में कितना बदलाव आया है।
हम में से कोई भी प्राइवेट और प्राइविसी जैसे शब्दों से अनजान नहीं है। आप इसका क्या मतलब समझते हैं? क्या केवल एफबी पासवर्ड या एटीएम पिन?
हालाँकि मैं किसी भी सार्वजनिक स्थान पर किसी भावनात्मक प्रस्तुतिकरण की आलोचना नहीं कर रहा हूँ, लेकिन एक बार सोचिए कि आप क्या कर रहे हैं! आप अपने दोस्तों को चुनौती दिखा दे रहे हैं कि आप कितना प्यार का इजहार कर सकते हैं, और लड़कियों आप भी उन्हीं 66% में से हैं।
सभी वेबसीरीज, हॉलीवुड फिल्में वगैरह वगैरह जो आप देखने के लिए इस्तेमाल करते हैं वह हमारी संस्कृति से उतनी मिलनसार नहीं हैं ये आपको समझनी चाहिए।
वास्तव में आप खुद को गाली दे रहे हैं और नष्ट कर रहे हैं। और हाँ, आप यानी 66%।
दरअसल हम जिस शब्द का इस्तेमाल रिश्तों के लिए "प्यार" करते हैं, वह इन तौर-तरीकों में बिल्कुल गलत है और इस तरह हम धीरे-धीरे इसका वास्तविक अर्थ बदल रहे हैं। और इसी तरह के बदलावों के कारण हमारे माता-पिता और शुभचिंतक इस तरह के "प्यार" के आलोचक और खिलाफ हैं, तो आप दूसरी तरफ प्रभाव देख भी सकते हैं।
हालांकि मैं अब ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। अपने आप में एक पागल प्रश्नकर्ता बनें और पूछें कि आप क्या कर रहे हैं, किस लिए कर रहे हैं? मुझे यकीन है कि आपको जवाब मिल जाएगा।
हालांकि मुझे यकीन है, लेकिन इतना भी यकीन नहीं है कि मेरे संपर्क में आने वाले लोग इस तरह की बेतुकी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं, इसलिए इस मामले में ध्यान दें कि लड़की ने एक ऐसा मोड़ लिया जिससे पूरी तरह से परिदृश्य पलट गया । जिस लड़की को चूमते हुए देखा गया था , उसी ने केस दर्ज कर 8 लोगों को आईपीसी, पोस्को और आईटी की धाराओं में फेंक दिया। आप मानसिक रूप से काफी मजबूत हैं कि यह समझ सकें कि मैं क्या कहना चाहता हूं।
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
Although our culture was used to be very untouched with the activities like osculation etc. at public place. But the realities is that, we are now existing in 21st century not in the era of Maryada Purushottam Ram.
The evolution brings many ups and downs in any society. Handling, making balance between and learning the way to use them is the art of living.
Here, the concern of the case of Karnataka shows that how much changes has been taken place in us (around 66% of the population).
None of us are unknown to the words like Private and Privacy . What does it really mean to you? Only FB password or ATM Pin?
Although I'm not criticising any emotional representations at any public place but think once what are you doing! You are challenging to your friends that how much love you can express. And the girls! you are also in that 66% .
All the webseries, Hollywood movies etcetera etcetera what you use to watch are not as fluent as for our culture that you should understand.
In reality you are abusing and destroying yourself and yourself means the 66%.
Actually the word we use Love for the relationship is absolutely wrong in these manners and in this way we are changing the real meaning of it gradually. And due to such shiftings our parents and wellwishers are very critical and against of the love of this kind, hence, you can see the effect on the other hand.
Nevertheless I won't tell anymore. Be a mad questioner to yourself and ask what are you doing for? I'm sure you will get the answer.
Although I'm sure but not sure enough that the people in my touch can act such absurd activities but notice in the case that the girl had taken a turn that completely flipped over the scenario. The same girl who is seen kissing files the case and threw 8 people under the acts of IPC, POSCO and IT. You are mentally strong enough to understand that what I want to say.
No comments:
Post a Comment